जानकर सिपाही को भोला,
अपराधी बोला -
हवलदार जी !
मूछें आपकी लच्छेदार जी !
अब तो आपने
पकड़ ही लिया है,
कानूनी शिकंजे में
जकड़ ही लिया है ।
ये जिन्दगी
अब आपकी जिन्दगी है,
लेकिन इस वक्त जरा
बीड़ी की तलब लगी है ।
हे डंडानाथ !
दो मिनट में बीड़ी ले आऊं
फिर चलता हूं आपके साथ।
सिपाही झल्लाया -
वाह क्या आइडिया परोसा !
अपराधी गिड़गिड़ाया -
आपको,
बिलकुल नहीं है भरोसा ?
सिपाही बोला -
बच्चू !
बीड़ी लेने जाएगा
ताकि हो जाये उड़न छू !
बेटा,
तेरे झांसे नें नहीं आऊंगा,
तू यहीं ठहर
बीड़ी लेने मैं जाऊंगा ।
2 comments:
हा हा!! बढ़िया.. :)
हाहाहाहाहा ! क्या बात है ! बहुत बढ़िया ।
घुघूती बासूती
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